Pitrupaksha Mela: पितृपक्ष मेले के दूसरे दिन फल्गु नदी में पिंडदान करने का है महत्व, देश-दुनिया से पहुंच रहे हजारों लोग

9/29/2023 1:34:49 PM

गया: विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला के दूसरे दिन मोक्षदायिनी फल्गु नदी एवं देवघाट पर पिंडदान करने का महत्व है। पितृपक्ष मेला का आज दूसरा दिन है। इसे लेकर देश के कई राज्यों से आए हजारों की संख्या में पिंडदानी फल्गु नदी और देवघाट पर पितरों की मोक्ष कामना को लेकर पिंडदान कर रहे हैं। तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। जगह-जगह पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। 

तीर्थयात्रियों के लिए जगह-जगह लगाए गए शिविर
तीर्थयात्रियों को कहीं कोई समस्या ना हो, इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से उनकी मदद की जा रही है। स्थानीय पंडा पुरुषोत्तम कुमार मिश्रा ने कहा कि पितृपक्ष मेला के दूसरे दिन फल्गु नदी और देवघाट पर पिंडदान करने का प्रावधान है, जहां पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जिस तरह से गंगा नदी पवित्र मानी जाती है, इस तरह से फल्गु नदी भी पवित्र मानी जाती है। फल्गु नदी को मोक्षदायिनी भी कहा जाता है। पितृपक्ष में फल्गु नदी के जल से तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। पूरे देश दुनिया से आए तीर्थ यात्री गया जी पहुंच रहे हैं और पितरों की आत्मा की शांति को लेकर पिंडदान कर रहे हैं। 

कोलकाता से आए तीर्थ यात्री शुभाशीष घोषाल ने कहा कि अपने माता-पिता का पिंडदान करने के लिए वह गयाजी पहुंचे हैं। गयाजी में पिंडदान करने का बहुत ही महत्व है। गयाजी के बारे में हमने काफी सुना था, जिसके बाद आज यहां पहुंचे हैं और अपने माता-पिता की आत्मा की शांति को लेकर पिंडदान कर्मकांड रहे हैं। यहां प्रशासन ने भी काफी अच्छी व्यवस्था की है। कहीं किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था है।

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Ramanjot