बिहार में मूर्ति चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी: अंतरराष्ट्रीय गैंग ने Police की उड़ा दी नींद, 4 महीने में 20 मूर्तियां चोरी

1/22/2023 11:41:24 AM

पटना: बिहार में मंदिरों में मूर्तियों की चोरी की घटना बढ़ने लगी है। हाल ही के दिनों में देवी-देवताओं की मूर्तियों की चोरी ने और अंतरराष्ट्रीय गैंग की संलिप्तता ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। बिहार पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले 4 महीने में मंदिरों और अन्य स्थानों से देवी-देवताओं की लगभग 20 से अधिक कीमती मूर्तियां चोरी हो गई हैं। 

राज्य में अबतक 48 कीमती मूर्तियों की हुई चोरी
हाल ही में दतियाना में एएसआई के मूर्तिकला शेड से भगवान विष्णु की 1,200 साल पुरानी मूर्ति चोरी हो गई थी और इसी तरह, पिछले साल 28 दिसंबर को सीतामढ़ी जिले के एक मंदिर से भगवान विष्णु की 300 साल पुरानी मूर्ति चोरी हो गई थी। इसके अलावा पिछले साल सितंबर महीने में सारण जिले के एक मंदिर से ‘अष्टधातु' से बनी 10 कीमती मूर्तियां की भी चोरी हो गईं।'' अधिकारी ने कहा, ऐसा संदेह है कि चोरी की गई अधिकांश मूर्तियां बिहार और अन्य उत्तरी राज्यों में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय गिरोहों के सदस्यों की मिलीभगत से पड़ोसी देशों में पहुंची होंगी। पूर्णिया और गया जिलों से भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई हैं। बिहार पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, 2022 (20 दिसंबर तक) में राज्य के विभिन्न मंदिरों और स्थानों से कुल 48 कीमती मूर्तियों की चोरी हुई, जबकि 2021 में यह आंकड़ा 44 था। आंकड़े के अनुसार सुरक्षाकर्मी 2021 में चोरी की 22 मूर्तियों को बरामद कर सके, वहीं राज्य पुलिस 2022 में केवल 7 मूर्तियां बरामद कर सकी। 

ईओयू गैंग से जुड़े मूर्ति चोरी के मामलों की कर रही जांच 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बिहार पुलिस की ईओयू अन्य जिलों या राज्यों में अंतर-जिला, अंतरराज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय गिरोहों से जुड़े मूर्ति चोरी के मामलों की जांच करती है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) नय्यर हसनैन खान ने बताया, ‘‘कई मामलों में हमारी जांच से पता चला है कि बिहार में सक्रिय अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय गिरोहों से जुड़े संचालक मुख्य रूप से कीमती मूर्तियों या प्राचीन कलाकृतियों की चोरी के मामलों में शामिल हैं। हम पहले से ही हाई अलर्ट पर हैं और मूर्ति चोरी के मामले हमेशा हमारी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर हैं।'' राज्य सरकार ने पहले ही संबंधित अधिकारियों को महत्वपूर्ण मंदिरों और वहां संरक्षित कलाकृतियों की जिलेवार सूची तैयार करने का निर्देश दिया है। 
 

Content Editor

Swati Sharma