सत्ता में बैठे लोगों ने मुझे कई प्रलोभन दिए लेकिन मैंने संघर्ष का रास्ता चुनाः चिराग पासवान

4/3/2022 2:20:48 PM

पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद सत्ता में बैठे लोगों ने उन्हें कई प्रलोभन दिए लेकिन उन्होंने गरीबों, वंचितों और अल्पसंख्यकों के व्यापक हित में संघर्ष का रास्ता चुनना पसंद किया।

नई दिल्ली में उनके 12 जनपथ बंगले को जबरन खाली करने की कार्रवाई से नाराज चिराग पासवान ने शनिवार को यहां आने पर कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करने के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है। अक्टूबर 2021 में उनके पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद उन्हें कई प्रलोभन दिए गए लेकिन उन्होंने गरीबों, वंचितों और अल्पसंख्यकों के हित में संघर्ष का रास्ता चुनना पसंद किया।

लोजपा नेता ने कहा, ‘‘जब मैंने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग लड़ने का फैसला किया तो मुझे इसके परिणामों की पूरी जानकारी थी। मेरे लिए एक सुविधाजनक तरीका सत्ता में रहने वालों के सामने झुकना था जबकि दूसरा तरीका वंचितों के अधिकार की रक्षा के लिए संघर्ष करना था लेकिन मैंने संघर्ष का कठिन रास्ता चुनना पसंद किया। मेरे पिता रामविलास पासवान 1989 में मंत्री बने थे लेकिन 1969 में पहली बार विधायक बनने के बाद 20 साल तक कड़ा संघर्ष किया।''

चिराग पासवान ने कहा कि वह शेर के पुत्र हैं। उनके पिता रामविलास पासवान ने अथक प्रयासों से गरीबों और वंचितों के न्याय के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा कि शेर का बेटा कभी झुक नहीं सकता और पूरी वीरता से लड़ता रहेगा।


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Ramanjot

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