स्वास्थ्य विभाग निमोनिया से होने वाली मृत्यु को कम करने के प्रति तत्परः मंगल पांडेय
12/31/2021 10:14:25 AM
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दावा किया कि स्वास्थ्य विभाग राज्य में नवजात शिशुओं एवं बच्चों की निमोनिया से होने वाली मृत्यु को कम करने के प्रति तत्पर है।
मंगल पांडेय ने गुरुवार को कहा कि राज्य में नवजात शिशुओं और बच्चों की निमोनिया से होने वाली मृत्यु को कम करने संबंधी कार्य योजनाओं को मूर्त रुप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रालाइज निमोनिया सक्सेसफुल (सांस) कार्यक्रम के तहत निमोनिया को दूर करने का कार्य चल रहा है। इसमें गति लाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को लगातार प्रशिक्षित करने का कार्य जारी है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के 14 जिले अररिया, औरंगाबाद, बांका, बेगुसराय, गया, जमुई, कटिहार, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पूर्णिया, शेखपुरा और सीतामढ़ी में स्वास्थ्यकर्मियों को इस बीमारी की रोकथाम के लिए सांस कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर प्रशिक्षित करने की कार्ययोजना है। इन जिलों में 16 मेडिकल आफिसर एवं 16 स्टॉफ नर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा।
पांडेय ने कहा कि 31 जनवरी तक निर्धारित लक्ष्य के प्रति अलग-अलग बैचों में यह प्रशिक्षण चलेगा। अररिया में 2 बैच, औरंगाबाद में 3 बैच, बांका में 2, बेगूसराय में 4 समेत अन्य 14 जिलों में अलग-अलग बैच के माध्यम से कुल 36 बैचों में यह प्रशिक्षण चलेगा। सांस कार्यक्रम की शुरुआत 2020 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा की गई थी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस अभियान के तहत नवजात शिशुओं एवं बच्चों में निमोनिया नियंत्रण कर मृत्यु को रोकने का लक्ष्य है। 2020-21 एवं चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल पटना में आयोजित किया गया था। इसमें इन जिलों से नामित चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स को प्रशिक्षित किया गया है।