उपसभापति हरिवंश ने निभाया संवैधानिक पद का दायित्व, परम्परा याद करे विपक्ष:  सुशील मोदी

5/30/2023 9:24:26 PM

पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह में उच्च सदन के उपसभापति माननीय हरिवंश नारायण ने विशिष्ट अतिथियों के समक्ष अपने संबोधन से अपने पद की गरिमा बढायी। इसका स्वागत होना चाहिए, कोई विवाद नहीं।

सोमनाथ चटर्जी की परम्परा को याद करे विपक्ष
मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब माकपा के सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे, तब उन्होंने भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने संवैधानिक पद के सम्मान की रक्षा की थी। माकपा के मनमोहन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया था।



हरिवंश नारायण ने उपसभापति के रूप में सोमनाथ चटर्जी की परम्परा का पालन किया
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के मीडिया सलाहकार और वर्षों तक यशस्वी संपादक रह चुके हरिवंश नारायण ने उपसभापति के रूप में सोमनाथ चटर्जी की परम्परा का पालन किया है। उपसभापति का चुनाव सभी दलों के सहयोग से होता है और जो सांसद इस पद के लिए निर्वाचित होते हैं, उन पर दलीय अनुशासन (व्हिप) लागू नहीं होता। उन्होंने कहा कि हरिवंश जी सदन का संचालन निष्पक्ष और गरिमापूर्ण ढंग से करते रहे हैं।

किसी भी दल को संसद भवन पर टिप्पणी करना उचित नहीं
मोदी ने कहा कि अब तक उनकी कार्यशैली पर जब जदयू सहित किसी भी दल ने आपत्ति नहीं की, तब संसद भवन के उद्घाटन में उनकी भूमिका पर कोई टिप्पणी करना उचित नहीं है।

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Ajay kumar