नई भूमिका पर गुप्तेश्वर बोले- मन ईश्वर की भक्ति में रम गया, अब राजनीति करने की जरा भी इच्छा नहीं

Tuesday, Jun 29, 2021-06:36 PM (IST)

पटनाः बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय नेता बनते-बनते कथावाचक बन गए हैं। अब वे गेरुए रंग का कपड़ा पहन आसन पर बैठकर लोगों की प्रवचन देते हैं। उनकी इस नए अवतार की चर्चा हर तरफ हो रही है। वहीं अपनी इस भूमिका को लेकर गुप्तेश्वर पांडेय कहते हैं कि मेरी पॉलिटिक्स का चैप्टर क्लोज हो गया और मन अब ईश्वर की भक्ति में रम गया है।

एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि मैं कथावाचक प्रोफेशनल अर्थ में नहीं हूं। हालांकि, अब कथा कह रहा हूं तो कथावाचक कह सकते हैं। वैसे मुझे आम आदमी के रूप में ही जानिए। उन्होंने कहा कि मैंने भगवान को अपना आप समर्पित कर दिया है, अब राजनीति करने की तनिक भी इच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस नई भूमिका में मेरा बहुत मन लग रहा है। भगवान के चरणों में अनुराग पैदा हो जाए, अभी बस यही इच्छा है।

पूर्व डीजीपी के कहा कि सरकार सेवा से दो बार वीआरएस लेने का निराशा ही हाथ लगी है। इसलिए अब नया रास्ता चुन लिया है। बता दें कि इससे पहले भी गुप्तेश्वर पांडेय ने एक बयान में कहा था कि मेरे अंदर एक सफल राजनेता बनने की क्षमता ही नहीं है, अब मैं नेता बन सकता तो अब तक बन गया होता।


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Ramanjot

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