Ganga Vilas Cruise के कहलगांव पहुंचने पर विदेशी सैलानियों ने किया विक्रमशिला का भ्रमण
1/21/2023 3:50:48 PM
भागलपुरः वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक के अपने 51 दिनों की यात्रा पर निकला गंगा विलास क्रूज बिहार में भागलपुर जिले के कहलगांव प्रखंड में उत्तर वाहिनी गंगा तट बटेश्वरस्थान पहुंचा, जहां सैलानियों ने ऐतिहासिक विक्रमशिला विश्वविद्यालय के अवशेषों का भ्रमण किया तथा पवित्र बटेश्वरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।
कहलगांव के विधायक पवन कुमार यादव ने शुक्रवार सुबह बटेश्वर स्थान पहुंचे अतिथि यात्रियों का स्वागत पारंपरिक तरीके से माला पहनाकर तथा भागलपुरी का प्रसिद्ध अंग वस्त्र देकर किया। इसके बाद सभी सैलानी सड़क मार्ग से विक्रमशिला विश्वविद्यालय के अवशेष स्थल के अवलोकन के लिए निकले। इस दौरान स्थानीय विधायक पवन कुमार यादव तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी साथ रहे। सैलानियों ने विक्रमशिला के पुरातात्विक अवशेषों को देखा तथा इसे ऐतिहासिक एवं रुचिप्रद बताया।
सैलानियों द्वारा विक्रमशिला की ऐतिहासिक धरोहर के द्दश्यों को अपने कैमरे में कैद किया हुआ। साथ स्थानीय लोगों के साथ भी उन्होंने चित्र खिंचवाए। वहीं, विधायक यादव ने कहा कि इस प्रकार की क्रूज यात्रा से विदेशी मेहमानों के कहलगांव और भागलपुर की धरती पर आने से यहां के लोग बहुत खुश हैं। साथ ही विदेशी मेहमानों को भी यहां की संस्कृति पसंद आ रही हैं। क्रूज पर यात्रा कर रहे स्विट्जरलैंड के नागरिक पीटर कौफमैन ने बताया कि वे दूसरी बार बिहार आए हैं। उन्होंने कहा कि वह इस क्रूज यात्रा के अनुभवों को यूरोप में प्रचारित करते हुए अधिक से अधिक सैलानियों को बिहार आने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके बाद विदेशी सैलानी बाबा बटेश्वर नाथ मंदिर पहुंचे तथा विधिवत पूजा-अर्चना की।
उल्लेखनीय है कि गंगा विलास का अगला पड़ाव झारखंड के साहेबगंज जिले का समता घाट है, जहां की यात्रा पूरी करने के बाद सैलानी पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेंगे। एमवी गंगा विलास उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू कर 51 दिनों में लगभग 3200 किलोमीटर की दूरी तय करके बंग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा। एमवी गंगा विलास में सभी लग्जरी सुविधाओं के साथ 3 डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक यात्रा के लिए जा रहे हैं।
एमवी गंगा विलास क्रूज विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों के दर्शन के साथ 51 दिनों की यात्रा पूरी करेगा। यह यात्रा पर्यटकों को एक शानदार अनुभव देगी और भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता में शामिल होने का अवसर देगी।