आय से अधिक संपत्ति मामलाः बिहार मेंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष के 9 ठिकानों पर EOU की रेड

9/21/2021 2:15:01 PM

 

आराः आय से अधिक संपत्ति मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने मंगलवार सुबह बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष नरेंद्र सिंह उर्फ धीरज के 9 ठिकानों पर छापेमारी की है।

दरअसल, नरेंद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद ये बड़ी कार्रवाई हुई है। अपराध इकाई ने नरेंद्र सिंह उर्फ धीरज के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया था, जिसमें उन पर स्वयं व अपने परिजनों के नाम पर करोड़ों की अचल संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। इसके पश्चात उनके 9 ठिकानों पर छापेमारी जारी है। छापेमारी के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने पुलिस उपाधीक्षक एवं पुलिस निरीक्षकों के नेतृत्व में नौ विशेष टीम का गठन किया गया था। आर्थिक अपराध इकाई द्वारा उनके पटना के बेउर महावीर कॉलोनी स्थित नरेंद्र सिंह के आवास पर छापेमारी चल रही है। इसके अलावा भोजपुर जिले के सहार थाना के मुजफ्फरपुर गांव स्थित नरेंद्र सिंह के पैतृक आवास पर भी छापा मारा गया है। साथ ही नरेंद्र सिंह के भाई सुरेंद्र सिंह के आरा शहर के भेलाई रोड के कृष्णानगर स्थित आवास पर भी छापा मारा गया है। नरेंद्र के भाई विजेंद्र कुमार विमल का भी आरा में मकान है। वहां भी छापेमारी की जा रही है। वहीं दूसरी ओर अरवल जिला में भी नरेंद्र के भाई के घर पर छापा मारा गया है। आर्थिक अपराध इकाई ये उम्मीद जताई जा रही है कि छापेमारी के दौरान करोड़ों की संपत्ति मिलेगी।

बता दें कि नरेंद्र सिंह उर्फ धीरज बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात हैं, लेकिन उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने पहले जांच की और पक्की सूचना जुटा ली। इसके बाद नरेंद्र सिंह और उनके भाइयों के घरों पर एक साथ छापेमारी की गई है। छापेमारी की कार्रवाई पटना, आरा और अरवल जिले में चल रही है। इसी साल की 7 जून को भोजपुर पुलिस ने खाकी के बल पर चल रहे बालू लदे ट्रकों से अवैध वसूली के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया था। इसमें रैकेट संचालन में बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह उर्फ धीरज यादव के भाई अशोक यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था। उसकी गिरफ्तारी अरवल स्थित उसके आवास से हुई थी।

पुलिस ने सहार स्थित उसके घर मर छापेमारी भी की थी, जहां छापेमारी के दौरान घर में मौजूद अलमीरा से करीब 7 लाख 64 हजार 300 रुपए बरामद किए थे। इसके साथ ही प्रयुक्त एक मोबाइल फोन एवं व्हाट्सएप चैट को जब्त किया गया है। उस मामले में वर्तमान थाना प्रभारी की भी संलिप्ता पाई गई थी। इसकी जांच उपरांत उन्हें भी निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हालांकि वह अभी तक फरार चल रहे हैं।

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Nitika