धरना-प्रदर्शन के कारण ट्रेनों का परिचालन रहा बाधित, यात्रियों को भारी कठिनाइयों का करना पड़ा सामना

6/17/2022 6:37:03 PM

हाजीपुर: पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों/रेलखंडों पर धरना-प्रदर्शन के कारण पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से खुलने/पहुंचने वाली ट्रेनों का परिचालन आज भी अवरूद्ध रहा, जिससे यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। आज दिनांक 17.06.2022 को प्रातः 05.00 बजे से 16.55 बजे तक बड़ी संख्या में धरना-प्रदर्शन के दौरान 60 से अधिक कोच तथा 10 से अधिक इंजन को आग से क्षतिग्रस्त किया गया। यात्री सुरक्षा एवं संरक्षा के मद्देनजर 214 मेल/एक्सप्रेस/पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा जबकि 78 ट्रेनों का आंशिक समापन/प्रारंभ किया गया।

इसी तरह 12 ट्रेनों को पुनर्निर्धारित कर चलाया गया जबकि एक ट्रेन का परिचालन परिवर्तित मार्ग से किया गया जिसके फलस्वरूप हजारों यात्री अपनी यात्रा प्रारंभ नहीं कर सके। इन यात्रियों में छात्र, मरीज भी शामिल थे जिन्हें धरना-प्रदर्शन के कारण अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी। इसी कड़ी में मालगाड़ियों का भी परिचालन अवरूद्ध रहा। हालांकि इसके बावजूद पूर्व मध्य रेल द्वारा यात्रियों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो इसके लिए भरपूर प्रयास किया गया। इसी प्रयास के तहत विभिन्न स्टेशनों पर फंसे हुए यात्रियों की सुविधा हेतु खान-पान मुहैया कराने, बीमार यात्रियों के लिए चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने सहित अन्य कई कदम उठाए गए।

धरना-प्रदर्शन के कारण रेल संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा। पूर्व मध्य रेल द्वारा रेल संपत्ति की क्षति का आंकलन किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर रेल परिचालन की अद्यतन सूचना से अवगत कराने हेतु पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के विभिन्न स्टे्शनों पर एक दर्जन से ज्यादा हेल्पलाइन जारी किया गया जिससे यात्रियों को काफी सुविधा हुई। इसी तरह यात्रियों की सुविधा हेतु टिकट रिफंड/वापसी के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टिकट काउंटर का प्रावधान किया गया तथा टिकट के कैंसिल कराने पर कोई कैसिलेशन चार्ज नहीं लिया जा रहा है। स्टेशनों पर लगातार उद्घोषणा के माध्ययम से यात्रियों तक अद्यतन सूचनाएं उपलब्ध कराई जा रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी ट्रेन परिचालन में हुए बदलाव की जानकारी नियमित अंतराल पर दी गई। वहीं रेल प्रशासन ने छात्रों से अपील की है कि देश की जीवन रेखा भारतीय रेल को चलायमान बनाए रखने में सहयोग करें एवं यह राष्ट्रीय संपत्ति है, कृपया इसे नुकसान न पहुंचाएं।

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Ramanjot