डॉक्टर की बड़ी लापरवाही, ड्रेसिंग के दौरान बच्चे के पैर में निडिल छोड़कर कर दिया प्लास्टर, सिविल सर्जन ने कही ये बात

1/12/2024 1:20:58 PM

मुजफ्फरपुर(संतोष तिवारी): बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एसकेएमसीएच से डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां पर एक बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान डॉक्टर ने टांका लगाने वाली सुई को उसके पैर में ही छोड़ दिया और उसी के ऊपर प्लास्टर कर दिया। इससे बच्चे की स्थिति काफी बिगड़ गई। वहीं, सही समय पर सुई का पता चल जाने से बच्चे का पैर काट दिया गया और वह बच गया।



क्या था मामला?
जानकारी के मुताबिक, मामला जिले के एसकेएमसीएच का है। बताया जा रहा है कि 24 नवंबर को मिनापुर प्रखंड के धरमपूर पंचायत इलाके क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मोथहामल के विद्यालय के प्रांगण मे स्थित एक पेड़ का डाल बच्चों के ऊपर गिर गया, जिसमें 7 बच्चे घायल हो गए थे। घायल बच्चों का इलाज एसकेएमसीएच में करवाया गया था। इलाज के दौरान डॉक्टर ने टांका लगाने वाली सुई को एक बच्चे के पैर के भीतर ही छोड़कर उसपर ड्रेसिंग कर दी थी। जिसके बाद उस बच्चे की हालत काफी बिगड़ गई। जब बच्चे का दर्द बढ़ने लगा तो परिजनों ने मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराया, जहां जांच के दौरान पता चला की पैर के अंदर निडिल होने के कारण बच्चे के पैर में इन्फेक्शन फैल गया है।



"बच्चे का तुरंत इलाज करके सुई को निकाला गया"
वहीं, इसके बाद बच्चे का तुरंत इलाज करके उस सुई को बाहर निकाला गया। घायल बच्चे की मां का कहना है कि स्कूल की घटना के बाद बच्चे का इलाज एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में करवाया और घर लेकर चले गए। बाद में दर्द होने पर दूसरे जगह इलाज कराया तो पता चला की पैर में सुई की निडिल को छोड़ दिया गया है, अब इलाज करके सुई हटा दिया गया है।



इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ ज्ञान शंकर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है कि एक बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई पैर में छोड़ी गई है, लेकिन अभी किसी के द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

Content Editor

Swati Sharma