डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने राज्य स्तरीय FPO मेला तथा कार्यशाला का किया उद्घाटन
Friday, Mar 07, 2025-06:56 PM (IST)

पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, विजय कुमार सिन्हा द्वारा आज कृषि भवन, पटना में 10 हजार किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के गठन एवं संवर्द्धन योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय किसान उत्पादक संगठन मेला/प्रदर्शनी तथा कार्यशाला-2025 का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव, कृषि विभाग, बिहार संजय कुमार अग्रवाल द्वारा की गई।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि कृषि आज हमारे लिए महज जीवन निर्वाह का साधन नहीं रह गया है बल्कि यह उद्यमिता का उभरता हुआ क्षेत्र बन गया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में बेहद साफ संकल्प के साथ विकसित भारत की ओर कदम बढ़ा चुका है। ऐसे में हम किसान को विकास का पहला इंजन मानते हुए समाज में अन्नदाता के रूप में प्रतिष्ठित करना चाहते हैं। इस प्रयास से कृषि सेक्टर के विकास और ग्रामीण समृद्धि के रूप में दो बड़े लक्ष्य एक साथ साधे जा सकेंगे। दस से ग्यारह साल पहले जो कृषि उत्पादन 265 मिलियन टन के करीब था। वह अब बढ़कर 330 मिलियन टन से ज्यादा हो गया है। इसी तरह, बागवानी से जुड़ा उत्पादन बढ़कर 350 मिलियन टन से ज्यादा हो गया है। यह केंद्र सरकार के बीज से बाजार तक की अप्रोच का परिणाम है। इन वर्षों में किसान केंद्रित फिजिकल, डिजिटल और सोशल तीनों प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर बल दिया गया है, ताकि किसी बिचौलिए या लीकेज की गुंजाइश ही ना रहे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन का गठन और उसका प्रसार प्रधानमंत्री जी एक ऐसी ही शानदार पहल है। एफपीओ के जरिए देश भर में ऐसी संस्थाओं का लाभकारी नेटवर्क तैयार करने का लक्ष्य है। जो सही मायने में किसानों का किसानों के लिए किसानों द्वारा संचालित संगठन साबित हो सके। यह संगठन किसानों को उनके उत्पादों के उत्पादन, प्रोसेसिंग, मूल्यवर्धन और मार्केटिंग में निर्णायक भूमिका निभाए, ताकि किसानों की आय और आत्मनिर्भरता दोनों में गुणात्मक बदलाव आ सके। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने 29 फरवरी, 2020 को 10 हजार किसान उत्पादक संगठनों के गठन और संवर्द्धन के लिए केंद्रीय योजना की शुरुआत की थी। इस योजना को वर्ष 2027-28 तक 6,865 करोड़ रुपए के बजट परिव्यय के साथ शुरू किया गया था।
विजय सिन्हा ने कहा कि जब प्रधानमंत्री जी हाल ही में 26 फरवरी को भागलपुर आए थे। उसी समय में 10 हजारवें एफपीओ का उद्घाटन भी किया था और हमारे लिए सुखद है कि यह 10 हजारवां एफपीओ खगड़िया जिले में पंजीकृत किया गया जो मक्का केला और धान पर केंद्रित है। बिहार के विशेष संदर्भ में बात करें तो अधिक किसान सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। यहाँ इस मेले में भी 40 से अधिक एफपीओ के द्वारा गेहूं, मक्का, दलहन, तिलहन, मखाना, मशरूम से जुड़े उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। आने वाले तीन दिनों में एफपीओ से जुड़े उत्पादों के प्रचार, प्रसार और मार्केटिंग से जुड़े प्रयासों पर विशेष बल दिया जाएगा।
सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हम खेत से लेकर बाजार तक राज्य के किसानों को सशक्त करेंगे। फसल, बागबानी, नकदी फसलों के साथ औषधीय और फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रगत विशेषताओं के आधार पर काम कर रहे हैं। देश के कुल निर्यात में बिहार का योगदान 5 प्रतिशत तक ले जाने का जो लक्ष्य सरकार ने लिया है, उसमें सूबे का किसान प्रधान चालक बनकर उभरेगा। कृषि और किसानों की तरजीह के आधार पर स्वच्छ, स्वस्थ और पारदर्शी व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए विभाग मिशन मोड में काम करेगा।