बचपन में पढ़ी कहानी ने बढ़ाई ऐसी इच्छा शक्ति, आज दुनिया के 60 देशों में जगा रहे शिक्षा का अलख

1/9/2021 5:45:11 PM

दरभंगाः अगर हम ठान लें तो कोई भी काम असंभव नहीं है। ऐसी ही एक उदाहरण पेश की दरभंगा के दो भाइयों ने। बचपन में पढ़ी कहानी ने ऐसी इच्छा शक्ति बढ़ाई कि आज दोनों भाई दुनिया के 60 देशों में शिक्षा का अलख जगा रहे हैं। उन्होंने 60 देशों में ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अमिट पहचान बना ली है।

हम बात कर रहें है दरभंगा के अल्लपट्टी निवासी श्यामनंदन सिंह और नीलम सिंह के पुत्र विवेक कुमार सिंह और आलोक कुमार सिंह की। इन दोनों ने 2009 से उत्तर प्रदेश के नोएडा में ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में काम करना शुरु किया। वहीं अब ये कारोबार यूएस और यूके समेत दुनिया के 60 देशों में फैल गया है और हजारों की संख्या में विद्यार्थी ऑनलाइन आइटी सेक्टर में शिक्षा प्राप्त कर अपना करियर बना रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में दोनों भाइयों का सालाना टर्नओवर करीब 50 से 60 करोड़ का है।

इसके अलावा दोनों भाइयों ने ट्रेवेल कंपनी ट्रेबोमिंट की स्थापना की और आज इस कंपनी का सलाना टर्नओवर करीब 350 करोड़ से ज्यादा है। यूएस में कंपनी एसएनवीएएलएलसी और यूके में एसएनवीए ट्रेवेल टेक यूके के नाम से पहचान बना चुकी है। बता दें कि विवेक और आलोक ने दरभंगा से इंटर तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली स्थित आइआइपीएम से बिजनेश मैनेजमैंट में मास्टर की डिग्री ली।

विवेक कहते हैं कि बचपन में पढ़ी कहानी ने उनकी इच्छा शक्ति बढ़ा दी। उन्होंने बचपन में वैसे अमीरों की कहानी पढ़ी, जिन्होंने जीरो से अपना कारोबार खड़ा किया और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल हुए। विवेक कहते हैं, "हमारा उद्देश्य अमीर बनना कम बल्कि देश और दुनिया में नाम कमाना ज्यादा रहा। लोगों को रोजगार देने की चाह थी।"


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Ramanjot

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