कलयुग का दानवीर चायवालाः गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए बेचा खुद का मकान, भूखों को खिलाते हैं खाना

1/10/2023 1:33:41 PM

गयाः बिहार (BIHAR) के गया में एक चाय वाले की दरियादिली की खूब चर्चा हो रही है। इस चाय वाले ने फिर से साबित कर दिया है कि किसी की मदद या सेवा करने के लिए भरी जेब से ज्यादा जरूरी बड़ा दिल होना चाहिए। दरअसल, गया जिले के संजय चंद्रवंशी चायवाला पिछले 35 सालों से गरीब और असहाय लोगों की मदद करते आ रहे हैं। वह ऐसे लोगों में कंबल बांटते हैं. उन्हें खाना भी खिलाते हैं। इतना ही नहीं संजय चंद्रवंशी ने गरीबों की सेवा में अपने घर तक को बेच डाला और वह अब किराए के मकान में रहते है।



गरीबों को कम्बल भी देते है संजय
दरअसल, संजय चंद्रवंशी गया जिले के इमामगंज प्रखंड के केन्‍दुआ गांव के रहने वाले हैं। संजय बताते है कि वह अपने बेटे के साथ मुफ्त में चाय पिलाते हैं। साथ ही मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को बुलाकर संजय उनका रूप बदल देते हैं। इतना ही नहीं संजय ठंड के दिनों मेें गरीबों के लिए कम्बल देते है और उन्हें गर्मी देने के लिए अलाव का इंतजाम करते हैं। संजय बताते है कf गरीबों की सेवा के लिए उन्हें किडनी बेचने की जरुरत पड़ी तो निःसंकोच बेच देंगे। उन्हें जानने वाले कहते हैं कि गरीबों, असहायों और विक्षिप्त लोगों के लिए संजय हमेशा समर्पित रहते हैं।



"दादा व पिता से मिली प्रेरणा"
संजय चंद्रवंशी गया के गौतम बुद्ध मार्ग के गोल पत्थर मोड़ के पास ठेले पर चाय बेचते हैं। इंसानियत की प्रतिमूर्ति बने संजय चंद्रवंशी ना सिर्फ स्वयं बल्कि उनके परदादा, पिता बनवारी राम, उसका पुत्र, पत्नी अनीता सभी मिलकर इंसानियत की नैया को बखूबी पार लगा रहे हैं। संजय चंद्रवंशी बताते हैं कि उनके पिता और दादा भी इसी तरह सेवा के काम में लगे रहते थे और अब वह हर रोज गरीबों की मदद करते हैं। संजय ठेले पर चाय के साथ सत्तू और जूस भी बेचते हैं।



संजय ने लोगों की मदद के लिए खुद का मकान बेचा
बता दें कि इस दानवीर चायवाले ने गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए अपने मकान को 11 लाख में बेच डाला था। अब वह अपने परिवार के साथ एक किराए के मकान में रहते है। संजय चंद्रवंशी ने बताया कि उनका दिन अल सुबह चींटी को चीनी देने से शुरू होता है और इसके बाद पत्नी गरीब, अर्ध विक्षिप्त, भिखारियों के लिए भोजन बनाती है। 

Content Editor

Swati Sharma