संपर्क पथ टूटने पर CPI का हमला- ये नीतीश सरकार के सुशासन में विकास की अछ्वुत निशानी

7/17/2020 11:20:26 AM

पटनाः भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) ने गोपालगंज जिले में 263.48 करोड़ रुपए की लागत से तैयार पुल के संपर्क पथ के क्षतिग्रस्त हो जाने लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह उनके सुशासन में विकास की अछ्वुत निशानी है।

भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने गुरुवार को ट्विटर पर क्षतिग्रस्त संपर्क पथ की तस्वीर एवं इस परियोजना का ब्यौरा शेयर कर कहा कि यह नीतीश सरकार के कार्यकाल में सुशासन की अछ्वुत निशानी है। विकास इसी का नाम है।

वहीं, भाकपा-मामले के बिहार सचिव कुणाल ने कहा कि संपर्क पथ का पहली ही बारिश में ध्वस्त हो जाना बिहार में संस्थाबद्ध भ्रष्टाचार की कलई खोलता है। हर साल यहां तटबंध टूटते रहते हैं और सरकार इसके लिए चूहों को दोष देते रहती है लेकिन वह इस ओर कभी नहीं देखना चाहती कि इंडिया करप्शन सर्वे-2019 के अनुसार, बिहार देश का दूसरा सबसे बड़ा भ्रष्टाचार वाला राज्य है। पिछले 15 वर्ष में बिहार में भ्रष्टाचार और भी ज्यादा संस्थाबद्ध हुआ है, जिसके कारण आज सड़कों और पुलों की यह दुर्दशा है।

बता दें कि गंडक नदी के उफान में होने के कारण बुधवार को पानी के अत्यधिक दबाव से सत्तरघाट पुल के निकट बने एक छोटे पुल का करीब 15 फुट चौड़ा संपर्क पथ 20 फुट लंबाई में कटकर बह गया। इस संपर्क पथ के बहने से छपरा, सीवान एवं गोपालगंज जिले के लोगों का पूर्वी चंपारण तथा मुजफ्फरपुर से सीधा संपर्क टूट गया है।

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Ramanjot