उपचुनाव के परिणाम को लेकर CM नीतीश बोले- जनता मालिक, उसी को फैसला करने का अधिकार
11/2/2021 12:12:57 PM
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभ सीट के लिए संपन्न हुए उपचुनाव के आने वाले परिणाम पर कहा कि जनता मालिक है और फैसला करने का अधिकार उसी को है।
नीतीश कुमार ने सोमवार को ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बाचती में उपचुनाव को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जनता मालिक है, फैसला करने का अधिकार उसी को है। जिसको जो बोलना है वो बोलते रहें। हमें इस संबंध में कुछ नहीं कहना है। हमलोगों पर अनाप-शनाप बोलने से विपक्षी नेताओं को पब्लिसिटी मिलती है तो वे लोग बोलते रहें। अब तो चुनाव हो चुका है। कल उपचुनाव का परिणाम सामने आ जाएगा। चुनाव कराना चुनाव आयोग का काम है। इसमें हमलोगों का कोई हस्तक्षेप नहीं है। चुनाव को लेकर जिसको भी कोई शिकायत रहती है तो वे लोग अपनी शिकायत चुनाव आयोग से करते हैं। इसको लेकर कोई क्या बोलता है उस पर हम ध्यान नहीं देते हैं।''
मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के फंड के सवाल पर कहा कि केंद्र सरकार को किस राज्य को कितना फंड देना है यह पहले से तय रहता है। उसी हिसाब से सभी राज्यों को मनरेगा के अंतर्गत फंड मिलता है। यदि फंड की कमी होती है तो उसकी मांग केंद्र सरकार से की जाती है। इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बातचीत चलती रहती है। मनरेगा के अंतर्गत काफी काम कराया जाता है। इसको लेकर पहले से तय तौर तरीके के अनुसार ही काम कराया जाता है। वह इसकी समीक्षा करेंगे।
नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी एवं सरदार वल्लभभाई पटेल से किए जाने से संबंधित प्रश्न पर कहा कि आजादी की लड़ाई में बहुत सारे लोगों ने अपनी भूमिका निभाई थी। बापू को देश का बंटवारा पसंद नहीं था लेकिन परिस्थिति ऐसी आई की देश का दो हिस्सों में बंटवारा हुआ और जो दूसरा हिस्सा हमलोगों से अलग हुआ, वह भी बाद में दो टुकड़ों में बंट गया। यहां पर जिन्ना की भूमिका की चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। देश का विभाजन होना कोई अच्छी बात नहीं थी। अपना देश एक रहता तो और आगे बढ़ता। सभी लोग अगर बापू की बात को मान लेते तो देश का बंटावार नहीं होता और देश आगे बढ़ता।
मुख्यमंत्री ने सूबे में बाढ़ एवं वर्षापात पर कहा, ‘‘हमलोगों ने बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच जाकर एक-एक चीज को देखा है। बाढ़ एवं वर्षापात से प्रभावित लोगों की हमलोग मदद कर रहे हैं। मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार मिले इसके लिए भी काम किया जा रहा है। हमलोग इसके बारे में देखते भी हैं कि कहां कितना काम हुआ।''