नीतीश का बड़ा बयान- मुझे CM पद की चाहत नहीं, NDA जिसे चाहे मुख्यमंत्री बना दे, फर्क नहीं पड़ता

12/28/2020 12:07:27 PM

पटनाः जदयू के राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे सीएम नहीं रहना, एनडीए जिसे चाहे बिहार का मुख्यमंत्री बना दे। मुझे पद की कोई चाहत नहीं है। मुख्यमंत्री चाहे भाजपा का ही हो, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

नीतीश कुमार ने रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सांसद आरसीपी सिंह के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठना चाहते थे। उन्होंने सहयोगी दलों को अपनी इच्छा सेे अवगत भी करा दिया था लेकिन उन पर दबाव इतना था कि उन्हें फिर से मुख्यमंत्री के पद की जिम्मेदारी लेनी पड़ी। उन्होंने कहा कि उन्हें पद की कोई चाहत नहीं है। कोई भी मुख्यमंत्री बनता तो इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने अब तक स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि सिद्धांत के साथ राजनीति की है। इसके लिए कभी भी किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया है और आगे भी नहीं करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यस्तता की वजह से पार्टी के अध्यक्ष पद का काम ठीक से नहीं देख पा रहे थे, इस लिए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि हमने पार्टी छोड़ी नहीं है, रात-दिन पार्टी के काम में लगे रहते हैं। उनके ऊपर बिहार के विकास और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और दूसरी ओर पार्टी का विस्तार भी तेज गति से किए जाने की जरूरत है लेकिन फिलहाल यह काम तेज गति से नहीं हो पा रहा था इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा है। अब उन्हें बिहार का विकास करने का ज्यादा मौका मिलेगा वहीं आरसीपी सिंह पार्टी के विस्तार और मजबूत करने का काम तेज गति से करेंगे।

अरुणाचल की घटना का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद भी एक विधायक डटा रहा। पार्टी की ताकत को समझिए। हमें सिद्धांतों के आधार पर ही लोगों के बीच जाना है।

Ramanjot