"जनता के दरबार में मुख्यमंत्री" कार्यक्रम में शामिल हुए CM नीतीश, 51 लोगों की सुनी समस्याएं

2/20/2023 2:16:25 PM

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4 देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में शामिल हुए। 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 51 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।



आज 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, उद्योग विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पर्यटन विभाग, भवन निर्माण विभाग, वाणिज्य कर विभाग, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, गन्ना (उद्योग) विभाग एवं विधि विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई।



वहीं जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुंगेर जिला से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि पिछले वर्ष धान अधिप्राप्ति की गई जिसका अब तक बकाए राशि का भुगतान नहीं हुआ है, इससे काफी परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री ने सहकारिता विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पश्चिम चंपारण जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि पर कार्यरत थे, उनके निधन के बाद अनुकंपा पर आश्रित को अब तक नौकरी नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।



सारण जिला से आए एक व्यक्ति ने अपने गांव में पुल निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि अधूरे पड़े कार्य को जल्द पूर्ण कराया जाए। मुख्यमंत्री ने मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों को जांच कर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुजफ्फरपुर जिले से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि हमारे इलाके में पेड़ का कटाव निरंतर किया जा रहा है, हमने इसका विरोध किया और सूचना के अधिकार के तहत जवाब मांगा, उसके बाद सूचना दी गई कि किसके आदेश से पेड़ काटे जा रहे हैं किसी को इसकी जानकारी नहीं है। इसके बाद हमने पेड़ काटने का फोटो अधिकारियों को दिखाया, उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई करने का आदेश हुआ, मगर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 
 

Content Editor

Swati Sharma