नीतीश ने राजगीर में किया जू सफारी का उद्घाटन, पिंजरेनुमा बस में जंगली जानवरों का दीदार करेंगे सैलानी

2/16/2022 5:50:26 PM

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों को एक और सौगात दी है। उन्होंने नालंदा में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में 176 करोड़ की लागत से निर्मित जू-सफारी का उद्घाटन किया है। यह जू-सफारी 191.2 हेक्टेयर में फैला है और यह राजगीर के पर्यटन स्थल में एक और नया आयाम जोड़ेगा।


इस परिसर के दो भवनों में रोमांच से भरपूर इंटरप्रिटेशन सेंटर, म्यूजियम, वाटरफ्लाई पार्क, एम्फीथियेटर, बर्ड एवियरी, ऑडिटोरियम, ओरिएंटल सेंटर बनाए गए है। जबकि, जंगली क्षेत्र के खुले भाग में दहाड़ मारते बाघ, शेर, चीता, भालू, बार्किंग डियर व अन्य खुंखार वन्यजीव होंगे। इस नजारे को देखने के लिए सैलानियों के लिए पिंजरेनुमा बस का इंतजाम किया गया है। इसी गाड़ी में बैठकर लोग यहां के जानवरों को करीब से देख सकेंगे।



खूंखार जानवरों के विचरण स्थलों के बीच में कई वॉच टॉवर भी लगाए गए हैं। इससे पूरी सफारी की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। साथ ही, सैलानी इसपर चढ़कर दो किलोमीटर दूरी की चीजों को स्पष्ट दिखाने वाली टेलीस्कोप की मदद से वन्यजीवों के क्रियाकलाप को देख सकेंगे। इनमें 112.80 हेक्टेयर में पांच वन्यजीवों बियर, लियोपार्ड, टाइगर, लॉयन व हर्बीवोर सफारियां हैं। 7.87 हेक्टेयर में रिसेप्शन एंड ओरिएंटेशन जोन, 2.32 हेक्टेयर में पार्किंग, 3.13 में एवियरी एंड बटर फ्लाई जोन, 4.0 में मैनेजमेंट जोन, 61 हेक्टेयर में ग्रीन जोन होगा। स्काई जोन में पैगोडा, वाच टॉवर, नेचर कैम्प व वाकिंग ट्रेल होगा। जू-सफारी निर्माण की स्वीकृति सरकार ने 6 अगस्त 2015 को दी थी।



इस राजगीर जू-सफारी में ये वन्यजीव हैं-
सांभर- 08
हॉग डियर- 08
भौंकने वाला हिरण- 08
ब्लैक बक- 04
तेंदुआ- 02
भालू- 02
बाघ- 02
शेर - 06

इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह जू-सफारी पूर्वोत्तर भारत का पहला सबसे आधुनिक जू-सफारी है। यहां तितली घर का भी निर्माण किया गया है। इसे स्वर्णगिरि व वैभरगिरि के बीच बनाया है। यहां आने वाले पर्यटक नेचर सफारी के बाद जू-सफारी का भी आंनद उठा सकेगें। साथ ही घोड़ा कटोरा, विश्वशांति स्तूप जैसे कई ऐतिहासिक धरोहरों का अवलोकन कर सकते है। यहां के पंच पहाड़ियों के बीच आने से मन को अलग शांति मिलती है। यहां हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, बौद्ध, जैन समेत अन्य धर्मों के लोग भारत से ही नहीं बल्कि कई देशों से भ्रमण करने आते है।

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Ramanjot