Bihar Mob Lynching Case: नवादा में भीड़ की हिंसा का शिकार बना कपड़ा कारोबारी, इलाज के दौरान मौत

Saturday, Dec 13, 2025-09:55 AM (IST)

Bihar Mob Lynching Case: नवादा जिले के रोह प्रखंड अंतर्गत भट्टा गांव में 5 दिसंबर को हुई दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है। नालंदा जिले के 35 वर्षीय मोहम्मद अतहर हुसैन को महज उनके नाम और धर्म की वजह से एक क्रूर भीड़ ने इतनी बेरहमी से पीटा कि इलाज के दौरान 12 दिसंबर की रात बिहारशरीफ सदर अस्पताल में उनकी मौत हो गई। यह वारदात न सिर्फ कानून-व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि समाज में बढ़ती सांप्रदायिक नफरत की भयावह तस्वीर भी पेश करती है।

नाम बताया “मोहम्मद अतहर हुसैन” – फिर शुरू हुई बर्बरता: पैसे लूटे, निजी अंगों की तलाशी, पेट्रोल डालकर जलाया!

अतहर हुसैन पिछले लगभग 20 वर्षों से रोह और आसपास के गांवों में कपड़े बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। उनका ससुराल भी पास के मरुई गांव में है और इलाके में हर कोई उन्हें जानता था। फिर भी 5 दिसंबर की शाम जब वे डुमरी गांव से साइकिल पर लौट रहे थे, भट्टा गांव के पास 6-7 नशे में धुत युवकों ने उन्हें रोक लिया।

पहले घर का पता पूछा, फिर नाम। जैसे ही अतहर ने अपना पूरा नाम बताया, भीड़ का रुख बदल गया। जबरन साइकिल से उतारकर पैसे लूट लिए गए। हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में घसीटा गया। वहां पैंट उतारकर निजी अंगों की जांच की गई ताकि धर्म की पुष्टि हो सके। इसके बाद शरीर पर पेट्रोल छिड़का गया और गर्म लोहे की रॉड से हाथ, पैर, उंगलियां और शरीर के कई हिस्सों को दागा गया। उंगलियां तोड़ी गईं, कान काटने की कोशिश की गई और 10-15 लोगों ने लाठियों-रॉड से लगातार पीटा।

मौत से पहले अस्पताल में सुनाई थी आपबीती: “हर बच्चा मुझे जानता था, फिर भी ऐसा क्यों?”

7 दिसंबर को नवादा सदर अस्पताल में भर्ती अतहर ने कांपती आवाज में अपनी दर्दनाक दास्तान सुनाई थी। उन्होंने कहा था, “एक-एक बच्चा मुझे पहचानता है, फिर भी मेरे साथ ऐसा सलूक किया गया।” वीडियो में उनकी आंखों में दर्द और आवाज में न्याय की आस साफ झलक रही थी। लेकिन गहरे जख्मों ने साथ नहीं दिया। पहले नवादा, फिर बिहारशरीफ रेफर किया गया, मगर 12 दिसंबर की रात उन्होंने दम तोड़ दिया। पोस्टमॉर्टम फॉरेंसिक टीम और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कराया गया।

परिवार का आरोप: सिर्फ मुस्लिम होने की वजह से मार डाला, दोषियों को फांसी दो!

अतहर के भाई मोहम्मद साकिब ने कहा कि उनका भाई बेहद मेहनती था, किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। सिर्फ नाम और धर्म जानकर उन्हें इस तरह टॉर्चर किया गया। परिवार ने आरोपियों को सबसे सख्त सजा देने की मांग की है।

पुलिस का कहना है कि रोह थाने में FIR दर्ज है। अब तक चार आरोपी – सोनू कुमार, रंजन कुमार, सचिन कुमार और श्री कुमार – गिरफ्तार हो चुके हैं। बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। थाना प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है। यह घटना समाज को आईना दिखाती है कि नफरत का जहर कितना गहरा उतर चुका है। उम्मीद है न्याय जल्द मिलेगा और ऐसे अपराधों पर सख्त लगाम लगेगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramanjot

Related News

static