पुलिसकर्मियों के लिए मुसीबत बने बैलगाड़ी और बैल, पिछले 8 महीने से झेल रहे परेशानी

9/28/2022 12:02:40 PM

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पर 2 बैल और बैलगाड़ी पुलिसकर्मियों के लिए मुसीबत बन गए है। पुलिसकर्मी चाहते है कि जल्द से जल्द इनसे पीछा छूट जाए पर ऐसा हो नहीं पा रहा है। वहीं पुलिस पिछले 8 महीने से इन बैलों से मुसीबत झेल रही है।

शराब तस्करी मामले में जब्त किए गए थे बैल
दरअसल, मामला गोपालगंज जिले के जादोपुर थाने का है। मामले के संबंध में बताया जा रहा है कि 25 जनवरी 2022 को इन दोनों बैलों और बैलगाड़ी को रामपुर टेंगराही गांव के समीप बांध पर पकड़ा गया था। इसके बाद थानाध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद सिंह के आदेश पर इन बैलों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एंटी लिकर टास्‍क फोर्स ने शराब तस्करी के मामले में दोनों बैलों को जब्त किया था। यह बैल पिछले 8 महीने से पुलिस के लिए चितां बने हुए है। पुलिस को इसलिए परेशानी हो रही है क्योंकि उनके पास शराबबंदी लागू करने की जिम्मेदारी है।

बैलों की कीमत 60 हजार रुपए
वहीं पुलिसकर्मियों ने इन बैलों से मुक्त होने के लिए डीएम को रिपोर्ट दी। डीएम ने बैलों को बेचने के लिए नीलामी की। नीलामी में बैलों की कीमत 60 हजार रुपए रखी गई थी। लेकिन इन बैलों को 60 हजार में कोई भी खरीदने के लिए तैयार नहीं हुआ। इसके बाद बैलों की जिम्मेदारी फिर से पुलिसकर्मियों पर आ गई है।

गांव वाले को बैलों की जिम्मेदारी दी
बता दें कि पुलिस ने इन बैलों की जिम्मेदारी एक गांव वाले को दी है। वह बैलों को पिछले 8 महीनों से चारा-पानी दे रहा है। साथ ही गांव वाले को बैलों को चलाने का भी अधिकार दिया गया है पर इन बैलों की सेहत का भी उसको ख्याल रखना होगा। इन बैलों को कोई भी नुकसान होता है तो उस पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया जाएगा।

Content Editor

Swati Sharma