जहरीली शराब कांड को लेकर संसद में BJP सांसदों ने किया प्रदर्शन, कहा- नैतिक आधार पर इस्तीफा दें नीतीश

12/23/2022 2:03:21 PM

नई दिल्लीः बिहार में जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने शुक्रवार को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया।

बिहार में शराबबंदी नीति पूरी तरह विफल रहीः सुशील मोदी
बिहार सरकार ने सारण जहरीली शराब त्रासदी में 38 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। हालांकि, इस आंकड़े को भाजपा ने चुनौती दी है। भाजपा का दावा है कि इस त्रासदी में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम जहरीली शराब त्रासदी में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें मुआवजा देना राज्य सरकार का नैतिक कर्तव्य है।'' भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी लागू करने में ''विफल'' रहे हैं। उन्होंने राज्य में पुलिस और शराब माफिया के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘बिहार में शराबबंदी नीति पूरी तरह विफल रही है।''

नैतिक आधार पर इस्तीफा दें नीतीश कुमारः रामकृपाल यादव
इसी तरह की राय जाहिर करते हुए भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। वह मुख्यमंत्री के रूप में विफल रहे हैं।'' संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन में भाजपा सांसद विवेक ठाकुर, राधा मोहन सिंह, सुशील सिंह, अशोक यादव और गोपालजी ठाकुर शामिल थे।

बता दें कि इससे पहले गुरुवार को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बयान जारी कर कहा कि जहरीली शराब कांड के पीड़ितों को बिहार सरकार पहले मुआवजा दे, फिर इस राशि की वसूली की कार्रवाई करती रहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीडितों की मदद को प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाएं। मोदी ने कहा कि पहले तो सरकार साफ झूठ बोल रही थी कि जहरीली शराब से मृत्यु के मामले में मुआवजा देने का कोई प्रावधान ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा ने उत्पाद कानून की धारा-42 में मुआवजा देने के प्रावधान की बात सार्वजनिक की तब सरकार ने इसे स्वीकार किया लेकिन अब इस राशि की पहले जहरीली शराब बनाने-बेचने वालों से वसूली करने के नाम पर अड़ी हुई है। यह रवैया संवेदनहीन और गरीब-विरोधी है।      


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Ramanjot

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