बिहार चुनाव से पहले BJP की बड़ी कार्रवाई, 9 बागी नेताओं को पार्टी से निकाला

10/13/2020 11:12:32 AM

पटनाः भाजपा (BJP) ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के आधिकारिेक उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे अपने नौ बागी नेताओं को दल विरोधी गतिविधियों के आरोप में सोमवार को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने यह जानकारी दी।

संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने बताया, ‘‘राजग (NDA) के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है और इस बारे में कार्रवाई का नोटिस जारी कर दिया गया है।'' उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी की ओर से पहले ही राय व्यक्त की गई थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में नौ नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित किया गया है, जिनमें राजेन्द्र सिंह, रामेश्वर चौरसिया, रवीन्द्र यादव, डॉ उषा विद्यार्थी, श्वेता सिंह, इन्दु कश्यप, अनिल कुमार, मृणाल शेखर और अजय प्रताप शामिल हैं।

पार्टी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है, ‘‘आप लोग राजग के प्रत्याशी के विरूद्ध चुनाव लड़ रहे हैं। इससे राजग के साथ-साथ पार्टी की छवि भी धूमिल हो रही है। आप लोगों को दल विरोधी इस कार्य के कारण पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है।'' बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के कई नेता दूसरे दलों के टिकट पर चुनावी मैदान में कूद गए हैं। चिराग पासवान की लोक जन शक्ति पार्टी (LJP) ने भाजपा के कई नेताओं को टिकट दिया है। इनमें भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे राजेन्द्र सिंह को लोजपा ने दिनारा से टिकट दिया है जबकि सासाराम से रामेश्वर चौरसिया को प्रत्याशी बनाया है। लोजपा ने पालीगंज से पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी और और झाझा से डा. रवींद्र यादव को उम्मीदवार बनाया है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने से इंकार करते हुए बिहार में एनडीए से अपनी राहें जुदा कर ली थीं। चिराग ने कहा था कि उन्हें नीतीश कुमार का नेतृत्व मंजूर नहीं है। हालांकि, उन्होंने भाजपा के प्रति अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त किया था। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल ने कुछ ही दिनों पहले कहा था कि वह बागी नेताओं से बात करने और उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे। अगर 12 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक पार्टी नेता वापस नहीं आते हैं तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। जायसवाल ने लोजपा को झटका देते हुए हाल ही में स्पष्ट किया था कि बिहार में राजग के नेता नीतीश कुमार हैं और जो उनका नेतृत्व स्वीकार करेगा, वही बिहार में राजग गठबंधन में रहेगा।

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