मुंगेर की बीना देवी ने ‘Mushroom Lady’ के नाम से पाई प्रसिद्धि, महिलाओं के लिए बनी प्रेरणा स्त्रोत

3/7/2022 4:57:51 PM

 

 

मुंगेरः बिहार के मुंगेर जिले की रहने वाले बीना देवी ने ‘मशरूम लेडी’ के नाम से प्रसिद्धि पाई है और आज सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बनी है। बीना देवी के प्रयास को हमारे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक सराहना कर चुके हैं। साथ ही वह महिला दिवस पर राष्ट्रपति के हाथों नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित भी हो चुकी हैं।

आज महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी मशरूम लेडी वीना देवी मुंगेर जिला अंतर्गत टेटिया बंबर पंचायत की तिलकारी गांव में अपने परिवार के साथ रहती है। वीणा देवी ने अपने घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने का जब बीड़ा उठाया तो जमीन नहीं रहने के बावजूद अपने घर के पलंग के नीचे मशरूम की खेती की शुरुआत की। शुरुआत में कई तरह की समस्याओं का सामना करने के बाद वीणा देवी ने मशरूम की खेती से न सिर्फ अपनी गरीबी दूर की बल्कि कई अन्य महिलाओं के लिए रोजगार के रास्ते भी खोल दिए। आसपास के गांवों से महिला मशरूम की खेती का ट्रिक जान अपने घरों में भी मशरूम उगाने लगी। इन्हीं की वज़ह से आज कई परिवारों का जीवन यापन आसानी से चल रहा है। इसका श्रेय सिर्फ़ और सिर्फ़ वीणा देवी को ही जाता है। बीना देवी की इस कहानी को हमारे देश के पीएम मोदी ने ख़ुद अपने ट्विटर हैंडल के जरिए साझा किया था, जिसके बाद पूरे देश को उनकी कहानी का पता लग पाया।

वहीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राष्ट्रपति ने महिला सशक्तिकरण और समाज में उल्लेखनीय योगदान करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। राष्ट्रपति के हाथों सम्मान पाने वाली महिलाओं में बिहार के मुंगेर से भी एक महिला शामिल थी। वो और कोई नहीं बल्कि मशरूम लेडी वीणा देवी हीं थी। इसके अलावा 2014 में मुख्यमंत्री से सम्मान मिलने के बाद उन्हें 2018 में महिला किसान अवार्ड से सम्मानित किया गया। उसके बाद 2019 में उन्होंने किसान अभिनव पुरस्कार प्राप्त किया। गरीब परिवार की ये महिला पूर्व में सरपंच भी रह चुकी हैं। उनकी पहचान पंचायत में जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए होती है। 6 साल पहले वीणा देवी मुंगेर जिला में आत्मा से जुड़ीं और आत्मा द्वारा उन्हें ट्रेनिंग करने के लिए पुणा भेजा गया, जिसके बाद वो कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़ी और कई जगहों से ट्रेनिंग ली।

बदलते समय में वीणा देवी ने मशरूम की खेती को अपना हथियार बनाया और गरीबी की रेखा से धीरे-धीरे वो बाहर आने लगीं। अपने 4 बच्चों में से बड़े पुत्र हिमांशु कुमार को वीणा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाई। साथ ही 3 अन्य बच्चों को भी पढ़ाई करवा रही हैं। यह उनके सशक्त सोच का ही परिणाम है कि वह आज इस मुकाम पर हैं। साथ ही साथ कई महिलाओं को भी वह सशक्त बनाने का काम कर रही हैं। मशरूम की खेती के बाद अब वीणा देवी जैविक खेती की और किसानों को उन्मुख करने में लगी है और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनिंग प्राप्त कर अन्य किसानों को भी इसका गुर बता रही है।

 

Content Writer

Nitika