Bihar News: बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा देने की नई पहल, उद्योग विभाग ने प्रतिष्ठित संस्थानों से किया समझौता
Thursday, Mar 06, 2025-06:14 PM (IST)

Bihar News: बिहार के उद्योग विभाग (Department of Industries) ने राज्य में उद्यमिता के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आज प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों (Reputed educational institutions) के साथ ऐतहासिक समझौता किया। उद्योग विभाग ने गुरुवार को ‘रेजिंग एंड एक्सेलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (RAMP)' कार्यक्रम के तहत प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इन प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ किया समझौता
इस पहल का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSMEs) को प्रतिस्पर्धात्मक व्यावसायिक माहौल में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और संसाधन उपलब्ध कराना है। इस ऐतिहासिक समझौते पर चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना (सीआईएमपी), भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), बोधगया, केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीपेट) वैशाली और भागलपुर, तथा एएमएचएसएसी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ हस्ताक्षर किए गए हैं। इन संस्थानों के माध्यम से पूरे राज्य में 80 हजार से अधिक एमएसएमई उद्यमियों को गैर-आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

MSMEs क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए प्रयास कर रही सरकार
इस अवसर पर उद्योग मंत्री मिश्रा ने एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने में इस समझौते की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘बिहार सरकार एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत युवाओं को वित्तीय सहायता के साथ-साथ अनिवार्य प्रशिक्षण सत्र भी दिए जा रहे हैं, जिससे वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक स्थापित कर सकें।'' उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग एमएसएमई उद्यमियों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करने, उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने और व्यावसायिक दक्षता को सुधारने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
मिश्रा ने कहा कि आरएएमपी कार्यक्रम के तहत इस पहल से बिहार के एमएसएमई उद्योगों को वैश्विक बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी। यह कार्यक्रम राज्य के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा और स्थानीय उद्योगों को सशक्त बनाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में डिजिटल और वित्तीय साक्षरता, लीन मैन्युफैक्चरिंग प्रथाएं और नेतृत्व विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है। इन मॉड्यूल्स के जरिए उद्यमियों की दक्षता बढ़ाने, वित्तीय समावेशन सुनिश्चित करने और नेतृत्व क्षमता को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। एमओयू हस्ताक्षर समारोह में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा, निदेशक (तकनीकी विकास) शेखर आनंद, सहायक उद्योग निदेशक निशा कुमारी और आरएएमपी कार्यक्रम से जुड़े अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।