बिहार की बेटी ने बढ़ाया मानः रेड लाइट एरिया की नसीमा बनी NHRC सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य

11/11/2022 12:35:27 PM

मुजफ्फरपुरः शिक्षा वह साधन है जिसकी सहायता से गरीब और मध्यमवर्गीय बच्चे भी काफी अधिक से अधिक उच्च पदों पर पहुंच सकते हैं। ऐसा ही कुछ मुजफ्फरपुर शहर की एक रेड लाइट एरिया की रहने वाली नसीमा खातून ने कर दिखाया है। दरअसल, मानव अधिकार आयोग की ओर से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य की सूची जारी की गई, जिसमें वंचित जमात से आने वाली परचम संगठन की सचिव के रूप में नसीमा खातून को भी नॉमिनेट किया गया है।

लोगों के प्यार से बड़ी जवाबदेही राष्ट्रीय स्तर पर मिली है- नसीमा
नसीमा खातून बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली है। उसने अपनी पढ़ाई एक रेड लाइट एरिया में रहकर की है। नसीमा खातून ने कहा कि अपने वंचित समाज के अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है। साथ ही कहा कि बुजुर्गों के आशीर्वाद व लोगों के प्यार से बड़ी जवाबदेही राष्ट्रीय स्तर पर मिली है। मैं बहुत खुश हूं कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य‌ में शामिल होने का मौका मिला है। अब आप सब की आवाज देश के सबसे बड़े न्यायिक फोरम पर मजबूती के साथ उठेगी। इतना ही उसका समाधान भी होगा।

बेटियों को शिक्षा से जोड़ने की पहल कर रही नसीमा
वहीं नसीमा खातून ने बताया कि बिहार के सभी जिलों में रेड लाइट एरिया है। किसी जिले में बड़े स्तर पर है तो किसी जिले में छोटे स्तर पर है। उन्होंने कहा कि मैं रेड लाइट एरिया की बेटी है। मेरा जन्म यही पर हुआ है और यही पढी-लिखी हूं। पिछले 2 दशक से रेड लाइट एरिया के लोगों को बेटियों को शिक्षा से जोड़ने के लिए पहल कर रही है। इतना ही नहीं वह परचम संगठन के माध्यम से जगह-जगह जाकर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है।‌ ताकि लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें। इसके लिए नसीमा खातून जुगनू हस्तलिखित पत्रिका निकालती है।

नसीमा की सफलता से लोगों में खुशी की लहर
बता दें कि नसीमा के आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप के सदस्य चुने जाने पर रेड लाइट एरिया के लोगों में बेहद खुशी है। नसीमा का एक ही लक्ष्य है कि रेड लाइट एरिया की वंचित महिलाओं और बच्चों को उचित शिक्षा उपलब्ध करा सकें। नसीमा की यह सफलता पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।

Content Editor

Swati Sharma