Bihar Online Learning License: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हुआ आसान, बिहार में बढ़ा ऑनलाइन आवेदन का चलन
Friday, Jul 04, 2025-09:16 PM (IST)

पटना:बिहार में वाहन चलाने के लिए घर बैठे ऑनलाइन ड्राईविंग लाइसेंस (डीएल) और लर्निंग लाइसेंस (एलएल) बनवाने की उपलब्ध कराई गई सुविधा लोगों को रास आने लगी है। लोग तेजी से इस ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठाने लगे हैं। हालांकि अभी भी ऑफलाइन तरीके से लाइसेंस बनाने वालों की संख्या ऑनलाइन वालों की तुलना में अधिक है। परिवहन विभाग लोगों को कुल 46 तरह की फेसलेस सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध करा रहा है, जिससे लोगों के समय और पैसे दोनों की बचत हो रही है। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष जनवरी से जून माह के बीच कुल 11 हजार 580 लोगों ने ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस हासिल किए हैं।
ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस बनवाने के मामले में पश्चिमी चंपारण जिला (बेतिया) चार हजार 458 लोगों के साथ पहले स्थान पर है। जबकि, एक हजार 179 एलएल के साथ पटना जिला दूसरे और एक हजार 104 एलएल के साथ सीतामढ़ी जिला तीसरे स्थान पर है।
पिछले छह महीने में बने तीन लाख से अधिक एलएल
राज्य में ऑफलाइन तरीके से भी डीएल और एलएल बनाने की सुविधा है। पिछले छह महीने में कुल तीन लाख 52 हजार 519 लोगों ने एलएल लिया है, जिसमें सबसे अधिक 40 हजार एलएल मुजफ्फरपुर जिले के लोगों को निर्गत किया गया है। वहीं, पटना जिले में 22 हजार 365 पुरुष और एक हजार 803 एलएल महिलाओं को जारी किया गया है।
डीएल बनवाने में मुजफ्फरपुर जिला सबसे आगे
प्रदेश में बीते छह महीने में कुल दो लाख 92 हजार 942 डीएल निर्गत किए गए हैं। इसमें सार्वधिक मुजफ्फरपुर जिले के कुल 30 हजार 185 लोगों को डीएल प्रदान किया गया है। राजधानी में कुल 16 हजार 218 लोगों को डीएल दिए गए हैं, जिसमें 15 हजार से अधिक पुरुष और एक हजार 134 महिलाएं शामिल हैं।
परिवहन विभाग की ये सेवाएं मिल रहीं ऑनलाइन
परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर वाहन 4.0 सॉफ्टवेयर से जुड़ी कुल 21 सेवाएं और सारथी 4.0 सॉफ्टवेयर की 25 सेवाएं 24x7 उपलब्ध हैं। इनमें एलएल, डीएल, कमर्शियल लाइसेंस का नवीनीकरण, नाम, पता, फोटो, हस्ताक्षर और बायोमेट्रिक्स अपडेट, वाहन स्वामित्व हस्तांतरण और परमिट जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इन डिजिटल सेवाओं से पैसे की बचत के साथ बिचौलियों पर भी अंकुश लगाया जा रहा है।