बिहार सरकार ने दी 1-1 लाख की प्रोत्साहन राशि तो बेटियों ने कर दिखाया कमाल, UPSC में हासिल की सफलता

5/26/2023 5:21:13 PM

पटनाः यूपीएससी (UPSC) में इस बार भी बिहार की बेटियों ने कमाल किया है। यूपीएससी 2022 के रिजल्ट में देशभर में पहला और दूसरा स्थान हासिल करने वाली दोनों बिहार की ही बेटियां हैं। इसके साथ ही राज्य के तीन दर्जन से अधिक छात्रों ने अपना परचम लहराया है। भले ही सफल होने वाली प्रतिभागियों को उनकी मेहनत से ये मुकाम मिला है लेकिन इसमें महिला सशक्तिकरण को लेकर बिहार सरकार के प्रयासों का भी पूरा योगदान है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शिता और उनके विजनरी होने का ये प्रतिफल है जो सफलता के रूप में बिहार की बेटियों को हासिल हुई है। 

कुल 34 लड़कियों को दिए एक-एक लाख रुपए 
दरअसल, महिला एवं बाल विकास निगम ने सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि योजना के तहत राज्य की 34 बेटियों को एक-एक लाख रुपए की मदद दी, जिसमें 6 लड़कियों ने यूपीएससी में सफलता हासिल की है। इन लड़कियों में देशभर में दूसरे स्थान हासिल करने वाली बक्सर की गरिमा लोहिया भी शामिल है। गरिमा के अलावा पटना की अनन्या समरियार ने 115वीं रैंक, प्रीति कुमारी ने 130वीं रैंक, आकांक्षा आनंद ने 205वां रैंक, अरवल की कुमार सौम्या ने 502वां रैंक तो वहीं नालंदा का अपूर्वा रस्तोगी ने 604 वीं रैंक प्राप्त की है। बिहार सरकार ने बेटियों को आर्थिक रूप से प्रोत्साहित किया तो उन्होंने कमाल कर दिखाया। 

इन अभ्यर्थियों को दी जाती है प्रोत्साहन राशि
बता दें कि बिहार सरकार द्वारा साल 2021 में सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के तहत यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली महिला अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के लिए एक-एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। यह राशि अधिसूचित अत्यंत पिछड़े वर्ग के स्थाई निवासी अभ्यार्थियों को दी जाती है। 

Content Writer

Ramanjot