संसद में राजीव प्रताप रूडी का बड़ा खुलासा- 14 करोड़ की आबादी वाले बिहार के पास सुरक्षित हवाई अड्डा नहीं
Friday, Aug 09, 2024-10:07 AM (IST)
पटना: भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने संसद में विमानन कंपनियों पर कई बड़े खुलासे किए हैं। उन्होंने सदन को बताया कि भारत में विमानन कंपनियों के हालात क्या है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए विमानन कंपनियों के निजीकरण के फैसले की सराहना की। साथ ही उन्होंने पटना एयरपोर्ट के खराब स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि 14 करोड़ की आबादी वाले बिहार के पास सुरक्षित हवाई अड्डा नहीं है और इसे देश का सबसे खतरनाक हवाई अड्डा करार दिया।
"पटना में करोड़ों रुपए खर्च करने पर भी हवाई पट्टी में एक इंच का परिवर्तन नहीं"
राजीव प्रताप रूडी ने संसद पटना एयरपोर्ट की शोचनीय अवस्था पर बोलते हुए कहा कि मैं 50 साल की उम्र वाला एक मात्र पायलट हूं। देश की सबसे बड़ी विमान कंपनी में अवैतनिक पायलट हूं। मुझे बिहार फ्लाइंग क्लब में नामांकन नहीं दिया गया। लालू यादव की सरकार थी। उन्होंने नामांकन नहीं दिया। देश का सबसे खतरनाक हवाई अड्डा पटना है। ब्रेकिंग, पेनल्टी और प्लेन क्रैश हो सकता है। बिहटा में बनाने की बात हो रही है, वो सही नहीं है। फौज के हवाई अड्डा पर विमान उतारना सही नहीं है। 14 करोड़ की आबादी वाले बिहार के पास सुरक्षित हवाई अड्डा नहीं है। पटना में आप 1600 करोड़ रुपया खर्च कर रहे हैं। इतना खर्च करने के बाद भी हवाई पट्टी में एक इंच का परिवर्तन नहीं है। मीडियम ब्रेकिंग के साथ, हाईएस्ट ब्रेकिंग के साथ, पेनाल्टी के साथ। देश में यदि खतरनाक हवाई अड्डा है, तो पटना है। मैं 14 साल से कह रहा हूं कि हमें बिहार में एक नया हवाई अड्डा चाहिए। बिहटा में बनाने की बात हो रही है, वहां भी टेक ऑफ मार्ग पर कनफ्लिक्ट हो सकता है।
"पटना एयरपोर्ट का उचित्त नामकरण न होना भी विकास में बाधा"
भाजपा सांसद ने पटना एयरपोर्ट के नाम पर चर्चा करते हुए कहा कि पटना का क्या नाम है महोदय? पटना का नाम है, जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा। इसलिए कि वहां कुछ है ही नहीं। पटना में मैं जहाज उतारता हूं। आज विमानन कंपनियां क्या करती हैं, महोदया। जो टिकट देखिएगा, इसमें खर्च कितना है। 40 प्रतिशत खर्च हो जाता है, तेल में। बाकी बचा 60 फीसदी में बिहार का टैक्स है 29 प्रतिशत। हर राज्य का अपना-अपना टैक्स है। उसके बाद टैक्स का छोड़ दीजिए। उसके बाद पीएसएफ। ये पीएसएफ क्या है। ये पीएसएफ वही है, जो सीआईएसएफ वहां खड़ा होके आपको जांचता है। महोदय सरकार उसका पैसा नहीं देती है। सीआईएसएफ को जो वेतन जाता है, वो एक-एक पैसेंजर के माध्यम से जाता है।
"पैसेंजरों से खर्चे की वसूली"
रूडी ने कहा कि एयरपोर्ट बनाने का खर्च भी सरकार की तरफ से नहीं जा रहा है। अब पटना में हवाई अड्डा बन रहा है। वहां टर्मिनल बन रहा है। उस टर्मिनल के बारे में मैं विशेष रूप से बताऊंगा। ये टर्मिनल बना नहीं, लेकिन आपने टिकट पर यूडीएफ लगा दिया। हवाई जहाज के टिकट का दाम सरकार नहीं बढ़ाती है। सरकार उसको कम करती है। हवाई जहाज उड़ता है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर है। अगर मैं मौसम खराब होने पर बीस मिनट तक विमान को आसमान में रोकूं। उसका तेल जलता है, वो भी खर्च में आता है। चाहे वो मौसम खराब हो। आगे लैंडिंग की कठिनाई हो। इस दौरान जो भी खर्च होता है, ये पैसा पैसेंजर ही देता है। रास्ता बदलने पर भी खर्च पैसेंजर ही देता है। लीजिंग चार्जेज और डायवर्सन और बाकी चार्ज भी पैसेंजर के खाते से जाता है।
"विमानन कंपनियों के निजीकरण का फैसला देशहित में"
राजीव प्रताप रूडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विमानन कंपनियों के निजीकरण के फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि हम लोगों ने घाटे की कंपनी का सौदा 70 सालों तक चलाया। सवाल ये है कि अब जो चल रहा, वो ठीक से चलेगा। ये संभव होगा, फेयर प्राइसिंग से। ये फेयर प्राइसिंग आएगा कहां से। दुनिया की बड़ी-बड़ी विमान कंपनियां बंद हो गईं, जिसमें ब्रिटिश, टर्की, जर्मनी और जापान एयरलाइंस की बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल थीं। सब जगह पर प्राइवेट किया गया। माननीय प्रधानमंत्री ने निर्णय लिया। पीएम ने देशहित में निर्णय लिया। इसका स्वागत होना चाहिए।