किशनगंज में एक ऐसा मंदिर जहां होती है रावण की पूजा, ग्रामीणों ने बनाया रावण का मंदिर

10/5/2022 1:14:56 PM

किशनगंजः रावण को त्रेता युग के प्रमुख राक्षस के रूप में जाना जाता है। लेकिन, इसके अलावा रावण महान शिवभक्त होने से साथ ही सभी वेदों का ज्ञाता होने के साथ ही अत्यंत विद्वान भी था। इसके बावजूद रावण की पूजा देश के कई कोनों में की जाती है। वहीं बिहार के किशनगंज जिले के एक गांव में लोग रावण को पूजित मानते है और ग्रामीणों ने रावण का मंदिर भी बनवाया हुआ है।

ग्रामीण विधि विधान के साथ करते है रावण की पूजा
दरअसल, एक तरफ जहां पर पूरे भारत में रावण के अलावा उनके भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाथ के विशाल पुतले जलाए जाते हैं। वहीं सीमावर्ती किशनगंज जिले का इतिहास बहुत प्राचीन है। महाभारत कालीन इतिहास से जिले की पहचान है। बताया जाता है कि यह मंदिर जिले के कोचाधामन प्रखंड स्थित काशी बाड़ी गांव में है। गांव के लोग सारे विधि विधान के साथ रावण की पूजा करते है। इस गांव के ग्रामीणों ने रावण का मंदिर भी बनाया है। मंदिर में रावण की मूर्ति को भी स्थापित किया गया है। ग्रामीणों द्वारा अन्य देवी देवताओं की भी पूजा की जाती है। मंदिर में स्थापित मूर्ति में रावण के 10 सिर दिखाए गए है। साथ ही रावण के हाथ में शिवलिंग को भी दर्शाया गया है।

70% मुस्लिम बहुल जिले में होती है रावण की पूजा
वहीं इस 70% मुस्लिम बहुल जिले में रावण की पूजा की जाती है। इस मंदिर में लोग रावण की पूजा करते हैं। रावण को उच्च शिक्षित व्यक्ति मानने वाले लोग उसके ज्ञान के कारण उसके मंदिर में दर्शन और पूजन करते हैं। स्वयं भगवान श्री राम रावण के ज्ञान का सम्मान करते थे। कहा जाता है कि रावण को सभी हिंदू धर्मग्रंथों का ज्ञान था, लेकिन रावण से केवल एक ही गलती हो गई थी कि उसने सीता का हरण किया। इसके बाद राम भगवान के द्वारा रावण का वध हो गया था।

Content Editor

Swati Sharma