रोहतास...जहां कोचस प्रखंड के 5 पुत्र बने विधायक, महागठबंधन की टिकट पर जीते चुनाव

11/17/2020 5:21:14 PM

 

रोहतासः बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए की नई सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, 2 उपमुख्यमंत्री सहित 14 मंत्रियों ने शपथ ली। शपथ लेने वाले मंत्रियों में भाजपा से 7 और जदयू से 5 और हम-वीआईपी से एक-एक मंत्री शामिल हैं। वहीं खास बात तो ये है कि रोहतास जिले का एक प्रखंड ऐसा है, जहां के 5 नेता विधायक बने हैं। साथ ही उनमें से 2 विधायक एक ही गांव के हैं। पांचों विधायक महागठबंधन की टिकट पर चुनाव जीते हैं। तीसरी विशेषता यह है कि पांचों पहली बार जीतकर विधायक बने हैं।

जानिए कोचस प्रखंड के 5 विधायकों के बारे मेंः-
- करगहर विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव जीतने वाले संतोष मिश्रा कोचस ब्लॉक के सोहसा गांव निवासी हैं। वे अपने समय के दिग्गज कांग्रेसी नेता और बिहार के मंत्री रहे पंडित गिरीश नारायण मिश्र के एकलौते पुत्र हैं। उन्होंने जदयू प्रत्याशी वशिष्ठ सिंह को मात देकर विजय का परचम लहराया।
- कोचस के गांव ओझवलिया निवासी ऋषि कुमार ने औरंगाबाद जिले के ओबरा सीट से जीत दर्ज की है। ऋषि राजद की वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे हैं। पहली बार राजद ने ऋर्षि को प्रत्याशी बनाया और वे जीतकर विधानसभा पहुंच गए हैं।
- रोहतास जिले की चेनारी सुरक्षित सीट से कांग्रेस की टिकट पर विजय हासिल करने वाले मुरारी प्रसाद गौतम कोचस प्रखंड के एकौनी ग्राम के निवासी हैं। इन्होंने जदयू के सीटिंग विधायक ललन पासवान को करारी शिकस्त दी।
- दिनारा विधानसभा सीट से राजद की टिकट पर चुनाव जीतने वाले विजय कुमार मंडल का भी संबंध कोचस प्रखंड से है। ये ओझवलिया गांव के मूल निवासी हैं, जिस गांव से राजद नेत्री कांति सिंह का संबंध है। मंडल फिलहाल कोचस बस पड़ाव के समीप घर बनाकर रहते हैं।
- कोचस प्रखंड में एक गांव है इंदौर है। यहां के निवासी फतेह बहादुर सिंह ने इस बार रोहतास जिले के ही डेहरी विधानसभा सीट से जीत का परचम लहराया है। फतेह बहादुर भी राजद के प्रत्याशी थे और उन्होंने बीजेपी के सीटिंग विधायक सत्यनारायण यादव को कड़े मुकाबले में मात दी।

बता दें कि रोहतास में एक प्रखंड कोचस है। आरा से मोहनिया जाने वाली एनएच-30 पर बसा कोचस प्रखंड मुख्यालय के साथ-साथ आसपास के गांवों का बाजार भी है। विधानसभा की दृष्टि से यह करगहर विधानसभा का हिस्सा है, जो नए परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आया।
 

Nitika