पटना में आज से शुरू 5 दिवसीय नाट्य महोत्सव, नाटकों में दिखेगा अलग-अलग वर्गों का संघर्ष

12/10/2022 10:38:14 AM

 

पटनाः बिहार की राजधानी पटना में आज से शुरू हो रहे पांच दिवसीय नाट्य महोत्सव के दौरान नुक्कड़ एवं मंच नाटकों की प्रस्तुति में समाज के अलग-अलग वर्ग का संघर्ष दिखाई देगा।

महोत्सव के आयोजक विजेंद्र टांक ने यहां बताया प्रवीण सांस्कृतिक मंच की ओर से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस नाट्य महोत्सव का शुभारंभ 10 दिसंबर से होगा। रंगकर्मी प्रवीण की स्मृति में 18वां रंगकर्मी प्रवीण स्मृति नाट्य उत्सव में 5 दिनों तक कलाप्रेमी दर्शकों को अलग-अलग नुक्कड़ एवं मंच नाटकों की प्रस्तुति देखने का आनंद मिलेगा। आयोजन के पहले दिन 10 दिसंबर को शाम 4:30 बजे प्रेमचंद रंगशाला प्रांगण में आशा रिपेट्री द्वारा जहांगीर खान के निर्देशन में नुक्कड़ नाटक भोलाराम का जीव की प्रस्तुति की जाएगी।

इस महोत्सव के दूसरे दिन 11 दिसंबर को सुरेश कुमार हज्जू के निर्देशन में अंधेर नगरी नाटक और तीसरे दिन 12 दिसंबर की शाम 4:30 से नुक्कड़ नाटकों की कड़ी में खेल के आगे सब फेल की प्रस्तुति किलकारी बाल भवन की ओर से अभिषेक राज के निर्देशन में दी जाएगी। वहीं, शाम 6 बजे से जयशंकर प्रसाद की प्रसिद्ध कहानी गुंडा, जिसका नाट्य रूपांतरण अभिजीत चक्रवर्ती ने किया है, की प्रस्तुति दी जाएगी। इस नाटक का निर्देशन चर्चित रंगकर्मी विजेंद्र टांक ने किया है। टांक ने बताया कि 13 दिसंबर की शाम 4:30 बजे से गौतम गुलाल निर्देशित यह दौड़ है, किसकी नाटक की प्रस्तुति दी जाएगी। शाम 6 बजे से ‘कुच्ची का कानून' विजेंद्र कुमार टांक के निर्देशन में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद 14 दिसंबर को नाट्यउत्सव का मुख्य आकर्षण उड़हुलिया नाटक होगी।

इस प्रस्तुति में इस बार के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित मिथिलेश राय, नीलेश्वर मिश्रा एवं रूबी खातून सरी जैसे अभिनेता मंच पर अपनी प्रस्तुति साकार करेंगे। इस दिन रवींद्र भारती लिखित होलिया नाटक का विमोचन भी जाएगा। विमोचन के दौरान बंगाल के प्रसिद्ध रंग चिंतक अंशुमान भौमिक भी उपस्थित रहेंगे।
 


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Nitika

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