बिहार में जीविका स्वयं सहायता समूह से जोड़े गए 1.27 करोड़ परिवारः मंत्री श्रवण कुमार

9/27/2022 11:16:03 AM

पटनाः बिहार में महिलाओं के विकास, सशक्तीकरण एवं ग्रामीण जनता के गरीबी उन्मूलन के लिए लगातार प्रयासरत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना जीविका के तहत अबतक एक करोड़ 27 लाख से अधिक परिवार को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा गया है।

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशन में बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना जीविका द्वारा प्रदेश के महिलाओं के विकास, सशक्तीकरण एवं ग्रामीण जनता के गरीबी के उन्मूलन के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जीविका से अब तक 10 लाख 35 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इसके अंतर्गत एक करोड़ 27 लाख से अधिक परिवारों को समूहों से जोड़ा गया है। 

एक हजार 404 संकुल स्तरीय संघ का गठन 
श्रवण कुमार ने बताया कि 68 हजार 338 ग्राम संगठन तथा एक हजार 404 संकुल स्तरीय संघ का गठन हो चुका है। उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन के तहत विभिन्न बैंकों द्वारा अब तक 23175 करोड़ रुपए की राशि स्वयं सहायता समूहों को ऋण के रूप में उपलब्ध कराई गई है, जिसका उपयोग आजीविका संवर्धन गतिविधियों के संचालन में किया जा रहा है। समूह सदस्यों द्वारा अब तक कुल 1605 करोड़ रुपए की बचत करते हुए बैंक ऋण का राशि भी समय पर वापस कर दी गई है। 

58 लाख सदस्यों का हुआ जीवन बीमा 
मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्वयं सहायता समूहों से जुड़े 58 लाख सदस्यों का जीवन बीमा कराया गया है। जीविका ने विभिन्न बैंकों की मदद से 4355 बैंक सखियों को तकनीकी रूप में प्रशिक्षित किया है, जिनको बैंक ग्राहक सेवा केन्द्र खोलकर दिया गया है। इससे उनको रोजगार उपलब्ध हो पाया है तथा वे अपना एवं अपने परिवार का जीवन-यापन अच्छी ढंग से कर पा रही है। कुमार ने कहा, ‘‘जीविका के माध्यम से सभी ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़कर उनकी आमदनी का श्रोत बढ़ाने के लिए हम कृतसंकल्पित हैं। इससे महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण होगा।''

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Ramanjot